अ भा नार्मदीय ब्राह्मण महासभा की राष्ट्रीय बैठक आज दि 8 अप्रेल को समाज की एतिहासिक कर्मस्थली, सामाजिक एकता के पुरातन सूत्रो की सृजनस्थली व अनेक सामाजिक पुरोधाओ को अपनी ममतामयी गोद में पल्लवित करने वाली पावन नगरी हरदा में सम्पन्न हुई।
बैठक में समाज की लगभग 26 इकाइयों के प्रतिनिधियों सहित महासभा पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यो ने भाग लिया। ठीक 12 बजे अल्पाहार उपरान्त नर्मदाष्टक के समूह गान व दीप प्रज्वलन के साथ बैठक प्रारम्भ हुई। महासभा संरक्षक व इन्दौर में सम्पन्न यादगार परिचय सम्मेलन के संयोजक न्यायविद डा अनिल पारे साहब ने इस सम्मेलन की महति सफलता को विस्तार से वर्णित किया। आपने बताया कि आज तक इस आयोजन के माध्यम से लगभग 72 रिश्ते तय हो चूके है।
महासभा संरक्षक व न्यायविद ओ पी मण्डलोई साहब ने क्षेत्रीय सम्मेलनों की उपादेयता व आवश्यकता को वर्णित करते हुए इनके आयोजनो को सामाजिक एक्य भाव के लिये जरुरी बताया। महासभा की संरक्षक श्रीमती जया पाराशर दीदी ने महासभा की महत्वाकांक्षी योजना अक्षय कोष को सफलता प्रदान करने हेतु सभी ईकाईयो को अपनी भूमिका सक्रियता से निभाने का आव्हान किया। पण्डित/पुरोहित सम्मेलन महेश्वर में आयोजित किये जाने की पूरी योजना प्रा हरिवल्लभ शास्त्री ने रखी। उन्नत कृषि को लेकर 10 जून 18 को इन्दौर में सम्पन्न होने जा रहे सम्मेलन की रुपरेखा श्री नारायणजी बिल्लौरे सिराली ने सदन में प्रस्तुत की।
इन्दौर में सम्पन्न विशाल युवा सम्मेलन की भव्य सफलता का श्रेय अपने युवा साथियों को देते हुए राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष स्नेही विश्वदीप मोयदे ने बताया कि सम्मेलन में केरियर गाईडेंस को लेकर आयोजित संगोष्ठी ने उपस्थित युवाओं को एक नई दिशा प्रदान की है। भविष्य में इस तरह की गोष्ठियों का आयोजन अन्य स्थानो पर भी किया जाएगा। महासभा के अभिनव प्रकल्प नर्मदा परिक्रमा वासियों के लिये बाबा आत्माराम संस्कृत विधापीठ नेमावर में संचालित अन्न क्षेत्र व विश्रामालय की सम्पूर्ण जानकारी श्री सुदामा प्रसाद शर्मा ने सदन में प्रस्तुत की।
राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष श्रीमती सुनीता शकरगाएजी ने आगामी दिसम्बर माह में खण्डवा में आयोजित होने जा रहे अ भा महिला सम्मेलन की जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्मेलन में महिला सशक्तिकरण व उन्नयन पर विस्तार से विमर्श होगा। ओंकारेश्वर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सुरेशजी बरोले व ब्रह्मगीर गादी के नव निर्मित कल्याणगीर सिद्ध क्षेत्र की जानकारी श्री योगेशजी कोटवाले ने दी। सामाजिक युवाओं में औद्योगिक रुचि के विकास को लेकर धामनोद में आयोजित होने वाली कार्यशाला की जानकारी उधमी अश्विनजी उपाध्याय ने दी।
उपस्थित सभी इकाईयों के प्रतिनिधियों ने अपने अपने कार्यक्षेत्र में चल रहे नवाचारो से सदन को अवगत कराया। भोजनोपरान्त सम्पन्न द्वितीय सत्र में श्री प्रमोदजी पगारे इटारसी ने अकाट्य तर्को के साथ भूमिका रखते हुए सदन में प्रथम प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए यह अभिव्यक्त किया कि अ भा नार्मदीय ब्राह्मण समाज यह मांग करता हैं कि आरक्षण का आधार जातिगत ना होकर आर्थिक होना चाहिये व पदोन्नति में आरक्षण को तत्काल समाप्त किया जावे। पूरे सदन ने करतल ध्वनि के साथ इस प्रस्ताव को सर्वानुमति से पारित किया। द्वितीय प्रस्ताव श्री नीरजजी बर्गले होशंगाबाद ने समय की महति आवश्यकता बताते हुए इस भूमिका के साथ पेश किया कि आज राजनीतिक दल हमारे समाज की सांख्यिकीय व बौद्धिक शक्ति की उपेक्षा कर रहे हैं। यह सदन मांग करता हैं कि निकट भविष्य में सम्पन्न होने जा रहे निर्वाचनो में सभी दल सामाज के सक्रिय राजनीतिक कार्यकर्ताओं को अपने दलो की ओर से समुचित प्रतिनिधित्व का अवसर दे। सदन ने इस प्रस्ताव को भी सर्वानुमति से पारित किया।
महासभा के पूर्व अध्यक्ष व संरक्षक श्री राजेशजी डोंगरे ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा कि अभी पारित प्रस्तावो की सफलता हमारी सामूहिक शक्ति के प्रदर्शन में निहित हैं, ईश्वर की कृपा से निकट भविष्य में हमें यह अवसर प्राप्त होने जा रहा है। हमें हमारी महासभा का शताब्दी समारोह भव्य स्वरुप में निकट भविष्य में मनाना हैं। मैं यहाँ उपस्थित सभी सामाजिक बन्धुओं से आग्रह करता हूँ कि इसे एक इवेंट के रुप में उत्सवी माहौल में मनाये। सम्पूर्ण देश में मिडिया सहित हर क्षेत्र में इसकी व्यापक चर्चा हो। राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित प्राचार्य श्री शर्माजी व बमनाला गुरुगादी के महन्त पूज्य रामदास महाराज ने अपने आशीष वचनो से सदन को उपकृत किया। अन्त में महासभा के अध्यक्ष श्री सुभाषजी महोदय ने अपने प्रबोधन में कहा कि मेरे कार्यकाल की यह एक यादगार बैठक हैं जिसमें सार्थक व सकारात्मक चर्चा हुई है। ईकाई प्रतिनिधियों व कार्यकारिणी की शानदार उपस्थिति से मैं अभिभूत हूँ। ईकाईयों द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन उत्साहित करने वाले हैं। सामाजिक प्रतिभाएं नित नवीन प्रतिमान गढ़ रही हैं। यह सब हमें एक श्रेष्ठ समाज के रुप में पहचान देते हैं। आज पारित प्रस्ताव सामाजिक सरोकारो का आईना हैं। इनमें निहित भावनाएं उचित मंच तक प्रभावी रुप में पहुँचे एवं फलदायी समाधान हो इस हेतु हम सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। आदरणीय मधु काका बिल्लौरेजी ने रहटगांव कॊ नवीन ईकाई के रुप में मान्यता देने का प्रस्ताव दिया हैं मैं इस मंच से घोषित करता हूँ कि सभी आहिर्ताओं की प्रतिपूर्ति के दस्तावेज उपलब्ध होते ही रहटगांव महासभा की नवीन ईकाई होगी।
महासभा ने हरदा की आयोजन समिति का आत्मीय स्वागत अंग वस्त्र व मोतियों की माला से किया आभार प्रदर्शन डा जयशिवजी उपरित ने व्यक्त किया। अन्त में सभी दिवंगत महानुभाओं मौन श्रद्धांजलि दी गयी। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मीकांत पारे व महेन्द्र शुक्ला ने किया। हरदा के इस विलक्षण आयोजन को सफल बनाने में सर्वश्री मधुकर बिल्लौरे, रामकृष्ण बलवटे, अरवीन्द बर्गले, अशोक नेगी, डा जयशिव उपरित, मनोहर बरसले, अजय साकल्ले, नारायण बिल्लौरे, लक्ष्मीकांत पारे, अनुज बर्गले, आशीष बिल्लौरे, प्रवीण काशिव, शुभम् गार्गव, अक्षय नेगी, श्रीमती मीना बर्गले, सरोज जोशी, जया साकल्ले, आरती खले, अर्चना गुहा, मन्जू बिल्लौरे, शोभिका बर्गले व युवा शक्ति ने अथक परिश्रम किया। शानदार स्वागत, भोजन अल्पाहार सभी आगन्तुको को लम्बी अवधि तक याद रहेगा।
महासभा के अध्यक्ष सुभाष महोदय ने आज आयोजित बैठक में पारित प्रस्तावों को शीघ्र लागू किए जाने के साथ साथ प्रस्तावित भवन एवं अक्षय राशि के संग्रहण पर तेजी लाने हेतु आह्वान किया। महासभा में पूर्व अध्यक्ष राजेश डोंगरे, महामंत्री महेंद्र शुक्ला, गणेश पाराशर, महिला महासभा अध्यक्ष सुनीता शकरगाए, युवा ....Read More